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Main Lohia Bol Raha Hoon   

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Author Rajaswi
Features
  • ISBN : 9789383111114
  • Language : Hindi
  • Publisher : Prabhat Prakashan
  • Edition : 1st
  • ...more

More Information

  • Rajaswi
  • 9789383111114
  • Hindi
  • Prabhat Prakashan
  • 1st
  • 2017
  • 144
  • Hard Cover

Description

भारत के महान् चिंतक एवं विचारक राममनोहर लोहिया गांधीजी के सिद्धांतों एवं मूल्यों से अत्यंत प्रभावित थे। जब वे दस वर्ष के थे, तब उन्होंने सत्याग्रह आंदोलन में भाग लिया था। गांधीजी उनकी देशभक्‍त‌ि से बहुत प्रभावित थे।
बी.ए. करने के बाद वे पी-एच.डी. करने के लिए जमर्नी चले गए और वहाँ बर्लिन विश्‍वविद्यालय में दाखिला ले लिया। 1932 में उन्होंने अपनी पी-एच.डी. पूरी की।
जब राममनोहर लोहिया भारत लौटे तो उस समय कांग्रेस में समाजवादी विचारधारावाले लोग एक पृथक् संगठन बनाने पर विचार-विमर्श कर रहे थे। इन समाजवादियों में आचार्य नरेंद्रदेव, जयप्रकाश नारायण, अच्युत पटवर्धन, रामनंदन मिश्र और राममनोहर लोहिया आदि थे। 22 अक्‍टूबर, 1934 को बंबई में समाजवादियों के ‘स्थापना सम्मेलन’ में कांग्रेस सोशलिस्ट पार्टी का गठन किया गया।
डॉक्टर लोहिया हालाँकि आज हमारे बीच में नहीं हैं, लेकिन उनके विचार और सिद्धांत आज भी भली प्रकार हमारा मार्गदर्शन करते हैं। इस पुस्तक में डॉक्टर लोहिया के विचारों और सिद्धांतों को क्रमवार एवं प्रभावी ढंग से संकलित किया गया है।
विश्‍वास है कि यह पुस्तक पाठकों के लिए अत्यंत उपयोगी सिद्ध होगी।

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अनुक्रम    
राममनोहर लोहिया  — Pgs. 5 68. तबादला — Pgs. 79 136. राजनीति में आध्यात्मिकता और धर्म — Pgs. 110
मैं लोहिया बोल रहा हूँ 69. तर्क और हथियार — Pgs. 80 137. राम — Pgs. 111
1. अंग्रेजी — Pgs. 35 70. तिब्बत — Pgs. 80 138. राम, कृष्ण और शिव — Pgs. 111
2. अंग्रेज — Pgs. 42 71. तीर्थ-स्थान — Pgs. 80 139. राष्ट्रीयता — Pgs. 112
3. अंग्रेजी शासन — Pgs. 42 72. तुलसी — Pgs. 81 140. राष्ट्र की मानवता — Pgs. 112
4. अपना देश — Pgs. 42 73. तेजस्विता — Pgs. 81 141. रामायण — Pgs. 112
5. अंतरराष्ट्रीय व्यापार — Pgs. 43 74. थोक व्यापारी — Pgs. 81 142. लोकमन — Pgs. 113
6. अधिकार — Pgs. 43 75. दहेज — Pgs. 82 143. वर्ण-व्यवस्था — Pgs. 113
7. अन्याय के खिलाफ — Pgs. 44 76. दरिद्र नारायण — Pgs. 82 144. वर्णसंकर — Pgs. 114
8. अपनापन — Pgs. 44 77. दामोदर घाटी — Pgs. 83 145. वर्ग-संघर्ष — Pgs. 114
9. अंतरिक्ष — Pgs. 44 78. देश की राजनीति — Pgs. 83 146. वामपंथी राष्ट्रीयता — Pgs. 114
10. आणविक विनाश — Pgs. 45 79. द्रौपदी — Pgs. 84 147. विकास — Pgs. 115
11. अभद्रता — Pgs. 45 80. दौलत बढ़ाओ, 148. विदेशी शासन — Pgs. 115
12. अर्थतंत्र — Pgs. 45 पैदावार बढ़ाओ — Pgs. 85 149. विषय और प्रवृत्ति — Pgs. 116
13. अहिंसक बगावत — Pgs. 46 81. धनी भाषा और 150. वैदिक धर्म  — Pgs. 116
14. आत्महत्या का अधिकार — Pgs. 46 गरीब भाषा — Pgs. 85 151. शबरी — Pgs. 117
15. आदत — Pgs. 47 82. धर्म और राजनीति — Pgs. 86 152. शब्द — Pgs. 117
16. आधुनिकीकरण 83. न्यूनतम आमदनी — Pgs. 88 153. शारीरिक काम — Pgs. 118
का शिकार — Pgs. 47 84. नकल — Pgs. 89 154. शिव — Pgs. 118
17. आदर्श — Pgs. 48 85. नर और नारी — Pgs. 89 155. शिष्टाचार — Pgs. 119
18. आधुनिकता — Pgs. 48 86. नर-नारी की 156. शूद्र नेता — Pgs. 119
19. इतिहास — Pgs. 48 गैर-बराबरी — Pgs. 89 157. श्रम-विभाजन — Pgs. 119
20. इतिहासकार — Pgs. 51 87. नदी — Pgs. 90 158. स्वायत्तता — Pgs. 120
21. इतिहास का दृष्टिकोण — Pgs. 51 88. निराशा — Pgs. 90 159. संस्कृत — Pgs. 120
22. इतिहास की 89. पतन का कारण — Pgs. 90 160. सत्याग्रह — Pgs. 120
विचारधाराएँ — Pgs. 52 90. पद और सत्ता — Pgs. 90 161. समाजवाद — Pgs. 121
23. इतिहास-लेखन — Pgs. 52 91. परमात्मा — Pgs. 91 162. संपत्ति का मोह — Pgs. 122
24. उच्च वर्ग — Pgs. 53 92. पवित्रता — Pgs. 91 163. संपत्ति का राष्ट्रीयकरण — Pgs. 123
25. उदासी — Pgs. 53 93. पश्चिमी सभ्यता — Pgs. 91 164. समुदाय और राष्ट्र — Pgs. 124
26. उत्थान और पतन — Pgs. 54 94. पुरखे और हमलावर — Pgs. 92 165. सरल भाषा — Pgs. 124
27. उर्दू — Pgs. 54 95. पुनर्जीवन — Pgs. 92 166. सरकारी नौकर — Pgs. 124
28. औद्योगिकीकरण — Pgs. 54 96. पूर्णता — Pgs. 92 167. सरकारें और फौजें — Pgs. 125
29. उन्नति — Pgs. 55 97. पूर्ण बराबरी — Pgs. 93 168. सरगमाथा — Pgs. 125
30. उपनिषद् — Pgs. 56 98. पूँजीवाद — Pgs. 93 169. संस्कृति — Pgs. 125
31. उर्वसीअं — Pgs. 56 99. पूर्व नियोजित चयन — Pgs. 94 170. स्वाभिमान — Pgs. 126
32. ऊँच-नीच की सीढ़ी — Pgs. 56 100. प्रभुत्व — Pgs. 95 171. सच्चाई — Pgs. 126
33. एकरूपता का अभाव — Pgs. 57 101. पैदावार की शक्तियाँ — Pgs. 95 172. सभ्यता — Pgs. 126
34. एकता की आवश्यकता — Pgs. 57 102. पैदावार के संबंध — Pgs. 95 173. सभ्यता की गति — Pgs. 127
35. एक और देवता — Pgs. 57 103. प्रभाव और नकल — Pgs. 96 174. समाजवाद — Pgs. 127
36. एक बहादुर — Pgs. 58 104. प्रभाव — Pgs. 96 175. सांस्कृतिक विस्तार — Pgs. 128
37. ऐयाशी — Pgs. 58 105. बँटवारा — Pgs. 96 176. सामाजिक और
38. ऐतिहासिक दर्शन — Pgs. 58 106. बदलाव का विचार — Pgs. 97 आर्थिक स्तर — Pgs. 128
39. औरत — Pgs. 59 107. ब्रह्म-ज्ञान — Pgs. 97 177. सारहीन महानता — Pgs. 128
40. कृष्ण — Pgs. 61 108. बराबरी का सिद्धांत — Pgs. 98 178. सिविल नाफरमानी — Pgs. 129
41. कृष्ण और राम — Pgs. 63 109. बहिर्मुखी और 179. सुकरात — Pgs. 131
42. कृष्णलीला — Pgs. 65 अंतर्मुखी ज्ञान — Pgs. 98 180. हमारा व्यापार — Pgs. 131
43. कृष्णा — Pgs. 65 110. बीते हुए प्रतीक — Pgs. 98 181. हिंदी — Pgs. 132
44. कमाई — Pgs. 66 111. भारत के तीर्थ केंद्र — Pgs. 99 182. हिंदुस्तानियत — Pgs. 133
45. कर्तव्य — Pgs. 66 112. भारतीय कम्यूनिस्ट  — Pgs. 100 183. हार का कारण — Pgs. 133
46. करुणा — Pgs. 66 113. भारत की नारी — Pgs. 100 184. हिंदी — Pgs. 133
47. कांग्रेस-समाजवादी दल — Pgs. 66 114. भाषा — Pgs. 100 185. हिंदी और अंग्रेजी — Pgs. 134
48. कार्ल मार्क्स का 115. भाषा का सुधार — Pgs. 104 186. हिंदी और उर्दू — Pgs. 135
ऐतिहासिक दृष्टिकोण — Pgs. 67 116. भाषा-नीति — Pgs. 104 187. हिंदी का प्रचार — Pgs. 135
49. कीलर बंधु — Pgs. 67 117. भारत का विभाजन — Pgs. 104 188. हिंदुस्तान और
50. क्रांति  — Pgs. 68 118. भारत का इतिहास — Pgs. 104 पाकिस्तान — Pgs. 136
51. किंवदंती — Pgs. 68 119. भारत की भाषा — Pgs. 105 189. हिंदुस्तान के लोग — Pgs. 137
52. कैलाश — Pgs. 70 120. भाषाओं की प्रतिष्ठा — Pgs. 105 190. हिंदुस्तान की संस्कृति — Pgs. 137
53. कौम — Pgs. 71 121. भाषा की समृद्धि — Pgs. 106 191. हिमालय — Pgs. 138
54. गंगा — Pgs. 71 122. भारतीय धर्म — Pgs. 106 192. हुनर — Pgs. 139
55. गरीबी-अमीरी — Pgs. 71 123. मन — Pgs. 106 193. युग — Pgs. 139
56. गांधी और मार्क्स — Pgs. 72 124. मानव अधिकार — Pgs. 106 194. समूह और जातियाँ — Pgs. 139
57. गोरा-काला — Pgs. 72 125. मानवता का पुनर्निर्माण — Pgs. 107 195. जान — Pgs. 140
58. चार युग — Pgs. 73 126. मनुष्य — Pgs. 107 196. ज्ञान की विशेषता — Pgs. 140
59. चक्र-सिद्धांत — Pgs. 73 127. मानव-इतिहास — Pgs. 108 197. फैशन — Pgs. 140
60. चाणक्य — Pgs. 74 128. मानवता की समीपता — Pgs. 108 198. देव और अवतार — Pgs. 140
61. जनता के दो रूप — Pgs. 74 129. रचनात्मक शब्द — Pgs. 108 199. यूरोप  — Pgs. 140
62. जाति — Pgs. 74 130. रंग — Pgs. 109 200. बड़प्पन — Pgs. 141
63. जातिप्रथा — Pgs. 77 131. राजनीति — Pgs. 109 201. त्याग की भावना — Pgs. 141
64. जाति-वर्ग — Pgs. 78 132. राजनीतिक आचरण — Pgs. 109 202. टूटा देश — Pgs. 141
65. जातिवाद — Pgs. 78 133. राज्य — Pgs. 110 203. औद्योगिक संकट — Pgs. 142
66. जाति और वर्ग — Pgs. 78 134. राजनीतिक संकल्प — Pgs. 110 204. सिद्धांत — Pgs. 142
67. जातीय पार्टियाँ — Pgs. 79 135. राजनीतिक सत्ता — Pgs. 110  

 

The Author

Rajaswi

जन्म : 2 जून, 1967 को ग्राम लाँक, जिला शामली, उत्तर प्रदेश में।
शिक्षा : स्नातक (उस्मानिया विश्‍वविद्यालय, हैदराबाद)।
कृतित्व : ‘हरियाणा हैरिटेज’ में संपादन कार्य किया। दिल्ली के कई प्रतिष्‍ठ‌ित प्रकाशन संस्थानों के लिए वैतनिक एवं स्वतंत्र रूप से संपादन-लेखन कार्य; विभिन्न प्रकाशन संस्थानों से अब तक लगभग 65 पुस्तकें प्रकाशित। देश की सामाजिक समस्याओं पर 10 कहानियाँ एवं विभिन्न पत्र-पत्रिकाओं में राजनीतिक-सामाजिक विषयों पर अनेक लेख प्रकाशित।

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