Prabhat Prakashan, one of the leading publishing houses in India eBooks | Careers | Events | Publish With Us | Dealers | Download Catalogues
Helpline: +91-7827007777

Sattar Se Bees Tak   

₹700

In stock
  We provide FREE Delivery on orders over ₹1500.00
Delivery Usually delivered in 5-6 days.
Author Renu ‘Rajvanshi’ Gupta
Features
  • ISBN : 9789386870902
  • Language : Hindi
  • Publisher : Prabhat Prakashan
  • Edition : Ist
  • ...more

More Information

  • Renu ‘Rajvanshi’ Gupta
  • 9789386870902
  • Hindi
  • Prabhat Prakashan
  • Ist
  • 2021
  • 384
  • Hard Cover
  • 400 Grams

Description

रचनाकार के लेखन का आरंभ 
बहुधा किशोरावस्था में होता है... बाल्यकाल में तो ईश्वरीय वरदान पाए कवि ही लिखते हैं। प्रायः कवि की आरंभिक रचनाओं में किशोर-स्वप्न, कल्पनाएँ, नव पल्लवित कल्पित प्रेम-प्रणय, प्रतिक्षित नवांतुक प्रणय के प्रति उल्लास, उत्कंठा की प्रधानता रहती है। 
समय कविता को सँवारने में लगा रहता है। कवि की आयु के साथ-साथ कविता की आयु भी बढ़ती है। उसके कोष में जीवन के कठोर धरातल के अनुभव बढ़ जाते हैं, दार्शनिक स्तर पर भी वैचारिक परिपक्वता बढ़ती है। 
कवि प्रौढ़ होता है तो रचनाएँ भी प्रौढ़ आकार लेने लगती हैं। अब कविता की परिधि परिवार से बाहर निकलकर समाज-राष्ट्र, प्रकृति या समय-काल की ओर अग्रसर होती है। 
इसके पश्चात् आरंभ होती है कवि की अंतर्मुुखी यात्रा। अब कविता संसार से परे नियंता की खोज में उतर आती है।
यह संग्रह प्रख्यात लेखिका रेणु राजवंशीजी के विगत पचास वर्षों में लिखी कविताओं का पठनीय संकलन है। इस दीर्घ काव्य-यात्रा से उनकी सामाजिक-सांस्कृतिक चेतना की झलक मिलती है, उनके राष्ट्रीय और मानवीय सरोकारों की बानगी मिलती है।

The Author

Renu ‘Rajvanshi’ Gupta

रेणु राजवंशी गुप्ता 
जन्म : 20 अक्टूबर, 1957 को राजस्थान के कोटा में।
जीवन के इस मोड़ पर कुछ अधिक अपने विषय में कहने-लिखने को प्रतीत नहीं होता है। पाने-खोने का लंबा दौर पूरा हो गया है; अब जो आगे है—वह तटस्थ, बिना नए कर्म अर्जित किए पूरा हो जाए, यही भाव रहता है।
पारिवारिक दृष्टि से पति है, पुत्र हैं, पुत्रवधु है एवं पौत्र है। कुल मिलाकर जीवन सफल, शांतिपूर्ण एवं सौहार्दपूर्ण है। सामाजिक दृष्टि से अपने दायरे में मान है, नाम है एवं प्रतिष्ठा है। अनेक समाजसेवी संगठनों के माध्यम से कुछ करने का अवसर मिला है। भारत में ग्रामीण क्षेत्रों को निकट से देखने का अवसर मिला है।
अनेक कविता-संग्रह, कहानी-संग्रह एवं उपन्यास प्रकाशित हो चुके हैं। गत सैंतीस वर्षों से अमेरिका घर है, जो उनकी  दिनचर्या एवं व्यवहार में रचता-बसता रहता है। भारत उनके हृदय में बसता है, सोच में बसता है।
â¢Â•ü¤ Ñ 6070, Eaglet Dr., West Chester, Oh 45069 (USA)
§-×ðÜ Ñ renurajvanshigupta@gmail.com

Customers who bought this also bought

WRITE YOUR OWN REVIEW