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Loktantra Ka Sipahi KJ Rao   

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Author Devipriya
Features
  • ISBN : 9789350485309
  • Language : Hindi
  • Publisher : Prabhat Prakashan
  • Edition : 1st
  • ...more
  • Kindle Store

More Information

  • Devipriya
  • 9789350485309
  • Hindi
  • Prabhat Prakashan
  • 1st
  • 2015
  • 184
  • Hard Cover

Description

देवीप्रिया आंध्र प्रदेश के अलग हटकर कार्य करनेवाले ख्याति-प्राप्त पत्रकार हैं। साहित्य में भी उनका अच्छा नाम है। आधुनिक तेलगु काव्य में दस महान् समकालीनों में उन्हें शामिल किया जाता है। उनका जन्म गुंटूर में 15 अगस्त, 1951 को हुआ था। पढ़ाई आंध्र क्रिश्चियन कॉलेज में हुई। वे लोकप्रिय समाचार-पत्र ‘उदयम’, ‘आंध्र ज्योति’ और ‘स्काईलाइन’ के संपादकीय मंडल में रह चुके हैं। आपातकाल के समय सनसनीखेज पत्रकारिता के लिए मशहूर साप्ताहिक ‘प्रजातंत्र’ के संपादक भी रहे। दैनिक ‘हैदराबाद मिरर’ के भी वे मुख्य संपादक रहे। उन्होंने ‘बल्लादीर गड्डार’ के जीवन पर एक पूरी अवधि की डॉक्यूमेंटरी भी बनाई है। देवीप्रिया ने 24 घंटे के तेलगु समाचार चैनल ‘एचएम टीवी’ में भी दो साल तक सीनियर एडीटर के रूप में काम किया। संप्रति वे हैदराबाद में रहते हैं।

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अनुक्रमणिका

अपनी बात — Pgs. 07

आमुख — Pgs. 11

अंग्रेजी प्रकाशक की ओर से — Pgs. 15

अनुवादकीय — Pgs. 19

भाग-1

यात्रा की शुरुआत

1. कलिंग ‘गणराज्य’ — Pgs. 25

2. जगमगाता श्रीकाकुलम — Pgs. 28

3. मामिदिवलासा के उपवन — Pgs. 30

4. तरुणाई की उमंग — Pgs. 37

5. आकाश की तलाश — Pgs. 41

6. शादी की शहनाई — Pgs. 45

7. घरेलू मैदान — Pgs. 48

भाग-2

समर क्षेत्र

8. कोहरेदार निर्वाचन सदन — Pgs. 53

9. बाहुबलियों को नकेल — Pgs. 57

10. शंखनाद — Pgs. 60

11. आतंकियों की माँद में  — Pgs. 63

12. भूखा रहा मगरमच्छ  — Pgs. 79

13. लक्ष्मणरेखा के पार  — Pgs. 83

14. तमिल देश की कहानी — Pgs. 92

15. आत्मघाती धमाका — Pgs. 101

16. काबुल की काली स्याही — Pgs. 109

17. अग्निपरीक्षा — Pgs. 112

18. चार नमूने — Pgs. 125

भाग-3

शेष-अशेष

19. ट्रॉफी की चोट — Pgs. 149

20. मैदान से आगे — Pgs. 153

21. भविष्य की डगर — Pgs. 156

22. शेर और मीडिया — Pgs. 159

23. ...और आखिर में — Pgs. 162

24. श्री के.जी. राव का संक्षिप्त जीवन परिचय — Pgs. 166

The Author

Devipriya

देवीप्रिया आंध्र प्रदेश के अलग हटकर कार्य करनेवाले ख्याति-प्राप्त पत्रकार हैं। साहित्य में भी उनका अच्छा नाम है। आधुनिक तेलगु काव्य में दस महान् समकालीनों में उन्हें शामिल किया जाता है। उनका जन्म गुंटूर में 15 अगस्त, 1951 को हुआ था। पढ़ाई आंध्र क्रिश्चियन कॉलेज में हुई। वे लोकप्रिय समाचार-पत्र ‘उदयम’, ‘आंध्र ज्योति’ और ‘स्काईलाइन’ के संपादकीय मंडल में रह चुके हैं। आपातकाल के समय सनसनीखेज पत्रकारिता के लिए मशहूर साप्ताहिक ‘प्रजातंत्र’ के संपादक भी रहे। दैनिक ‘हैदराबाद मिरर’ के भी वे मुख्य संपादक रहे। उन्होंने ‘बल्लादीर गड्डार’ के जीवन पर एक पूरी अवधि की डॉक्यूमेंटरी भी बनाई है। देवीप्रिया ने 24 घंटे के तेलगु समाचार चैनल ‘एचएम टीवी’ में भी दो साल तक सीनियर एडीटर के रूप में काम किया। संप्रति वे हैदराबाद में रहते हैं।

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