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Vishwa Prasiddha Kahaniyan (Vol. II)   

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Author Suresh Kant
Features
  • ISBN : 9789383110926
  • Language : Hindi
  • Publisher : Prabhat Prakashan
  • Edition : 1st
  • ...more
  • Kindle Store

More Information

  • Suresh Kant
  • 9789383110926
  • Hindi
  • Prabhat Prakashan
  • 1st
  • 2018
  • 80
  • Hard Cover

Description

एक था राजा। वह कपड़ों का बहुत शैकीन था। कपड़ों के चक्कर में राजकाज तक में ध्यान नहीं देता था, हालाँकि उसके पास तरह-तरह के कपड़ों का ढेर लगा हुआ था। वह देश-विदेश के प्रसिद्ध दर्जियों को बुलवाकर उनसे कपड़ों के डिजाइनों के बारे में बातें करता रहता। यदि कभी कोई व्यक्ति आकर उसके कपड़ों की प्रशंसा कर देता तो वह उसे खूब पुरस्कार देता। एक बार दूसरे राज्य के दो ठगों को राजा के इस शौक का पता लगा। उन्होंने राजा को ठगने और सबक सिखाने की ठानी। उन्होंने राजा को संदेश भेजा कि वे सोने और हीरे के धागे से कपड़ा तैयार कर उसके लिए एक ऐसी सुंदर पोशाक बना सकते हैं, जिसके बारे में कभी किसी ने सपने में भी न सोचा होगा। किंतु उनकी शर्त थी कि उस अद्भूत पोशाक को कोई मूर्ख या अपने पद के अयोग्य व्यक्ति नहीं देख सकेगा। ‘इसी पुस्तक से’

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अनुक्रम

1. क्षमा / लिओ टाल्सटाय —Pgs. 5

2. आखिरी पाठ / एलफांस दोदे —Pgs. 11

3. परिवर्तन / ’ हेनरी —Pgs. 17

4. अनजाने द्वीप में / डेनियल डिफो —Pgs. 25

5. साबुन की टिकिया / ‘साकी’ —Pgs. 30

6. आधा कपड़ा / बर्नियर —Pgs. 34

7. छोटा भाई / वेस्सिलिन आंद्रेइव —Pgs. 38

8. सच्चा मित्र / आस्कर वाइल्ड —Pgs. 43

9. वापसी / आर्थर सी. लार्क —Pgs. 48

10. अनोखा बदला / टामस मैलोरी —Pgs. 52

11. इलजाम / फ्रांसवा कोपी —Pgs. 57

12. बलिदान / मोपासाँ —Pgs. 63

13. सिगनल / सिएवुलुत गारशिन —Pgs. 70

14. सही फैसला / फ्रांस्वा रेबले —Pgs. 77

The Author

Suresh Kant

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