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Jehad Ka Junoon   

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Author Vivek Saxena , Sushil Rajesh
Features
  • ISBN : 8177210327
  • Language : Hindi
  • Publisher : Prabhat Prakashan
  • Edition : 1st
  • ...more

More Information

  • Vivek Saxena , Sushil Rajesh
  • 8177210327
  • Hindi
  • Prabhat Prakashan
  • 1st
  • 2016
  • 200
  • Hard Cover

Description

11 सितंबर, 2001 को आतंकवादियों ने न्यूयॉर्क- के वर्ल्ड ट्रेड सेंटर और अमरीका के रक्षा मुख्यालय पेंटागन पर जिस तरह हमले किए उनसे ओसामा बिन लादेन दुनिया का सबसे खूँखार, खौफनाक और खूंरेजीपसंद शख्स के रूप में उभरा । वह आज भी ब्रह्मांड के रहस्यों की तरह एक पेचीदा पहेली बना है । अमरीका की सरपरस्ती में 40 देशों की सेनाएँ और खुफिया सूचनाएँ भी उसे और उसके काफिले को तलाश नहीं पाई हैं; लेकिन एक कड़वी हकीकत यह भी है कि लादेन सरीखे ' जुनूनियों ' की पीठ पर अमरीका और पाकिस्तान का ' हाथ ' रहा है । लादेन सी. आई.ए. का एजेंट रहा और वाशिंगटन से अरबों डॉलर बटोरते हुए मुजाहिदीनों की फौज खड़ी की । आज अमरीका लादेन की आँखों की किरकिरी है ।
न्यूयॉर्क के वर्ल्ड ट्रेड सेंटर के अलावा, उसने दिल्ली और ढाका स्थित अमरीकी दूतावासों को भी उड़ाने की साजिश रची थी । आतंकवादियों को 1 करोड़ की पेशकश की गई थी । ' जेहाद का जुनून ' में उस साजिश का पहली बार पूरा खुलासा किया गया है ।
यह अपनी तरह का पहला संकलन है, जिसमें लादेन की शख्सियत, अल कायदा की व्यूह रचना, तालिबान की पृष्‍ठभूमि, अमरीका की दोगली नीतियों से लेकर अफगानिस्तान पर अमरीकी हमले तक और फिर भारतीय संसद् पर ' आई.एस आई. के पिट्ठू ' आतंकवादियों के हमले से लेकर ' काबुल के नए कारवाँ ' तक के तमाम परिदृश्यों को समेटा गया है ।

The Author

Vivek Saxena

जन्म : 28 दिसंबर, 1957 को फर्रुखाबाद, उत्तर प्रदेश में ।
शिक्षा : एम.ए. (अर्थशास्त्र), पत्रकारिता मे स्नातकोत्तर डिप्लोमा ।
पत्रकारिता : पिछले बीस वर्षो से विभिन्न पत्र-पत्रिकाओं मे नियमित पत्रकारिता । पंजाब, कश्मीर, मिजोरम और नगालैंड के आतंकवाद पर लगातार रिपोर्टिग । उस दौरान जरनैल सिंह भिंडरावाले, अमानुल्लाह खान और लालडेंगा से साक्षात्कार विशेष चर्चित रहे । भूमिगत कुख्यात आतंकवादियों से मुलाकात कर कई रहस्योद‍्घाटन किए ।
पाँच हजार से ज्यादा विशेष एवं खोजी रपटें प्रकाशित ।
भारतीय संसद् समेत प्रधानमंत्री कार्यालय, गृह मंत्रालय, विदेश मंत्रालय, कश्मीर और पूर्वोत्तर अब भी कवर कर रहे हैं ।
संप्रति : सन् 1988 से ' जनसत्ता ' में प्रधान संवाददाता के पद पर कार्य

Sushil Rajesh

जन्म : 9 जून, 1957 को कैथल (हरियाणा) में ।
शिक्षा : एम.ए., एम. फिल. (हिंदी) - स्वर्णपदक प्राप्‍त ।
शोध : ' साठोत्तर हिंदी कहानी के आंदोलन ' विषय पर शोध-प्रबंध ।
पत्रकारिता : पिछले सत्रह वर्षो से नियमित पत्रकारिता । पंजाब, हरियाणा और कश्मीर में जारी आतंकवादी गतिविधियों तथा दूसरे मुद‍्दों पर लगातार लेखन ।' जनसत्ता ', ' दैनिक हिंदुस्तान ' और ' माया ' (समाचार पत्रिका) में नौकरी की ।
' रोटीतंत्र ' (कहानी संग्रह) पर हरियाणा साहित्य अकादमी का प्रथम पुरस्कार ।
संप्रति : धर्मशाला और चंडीगढ़ से प्रकाशित हिंदी दैनिक ' दिव्य हिमाचल ' के दिल्ली ब्यूरो प्रमुख ।

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