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HASHIYE PAR HASRAT   

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Author Bhim Singh Bhavesh
Features
  • ISBN : 9789387980952
  • Language : Hindi
  • Publisher : Prabhat Prakashan
  • Edition : 1
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More Information

  • Bhim Singh Bhavesh
  • 9789387980952
  • Hindi
  • Prabhat Prakashan
  • 1
  • 17-07-2021
  • 152
  • Hard Cover
  • 250 Grams

Description

‘हाशिए पर हसरत’ एक ऐसे कटु यथार्थ का दस्तावेज है, जो हमारे समाज के लिए आज भी शर्म का बायस है। भारतीय समाज की संरचना में जाति-वर्ण की विभाजक रेखा इतनी प्रतिगामी और अमानवीय साबित हुई है कि एक सभ्य समाज उससे जितनी जल्द मुक्त होगा, उसका उतना ही भला होगा।
यह पुस्तक उसी परिप्रेक्ष्य में भारतीय समाज की जाति-व्यवस्था में अस्पृश्य जातियों की अंतिम पंक्ति में खड़े मुसहर जाति की स्थिति से रू-ब-रू कराने की कोशिश है। 
भीम सिंह भवेश की यह पुस्तक वस्तुतः समाज विज्ञान में एक शोध है। यह पुस्तक मुसहरों के जीवन, उनकी जीवन-दृष्टि, आपसी संबंधों, दशा-दिशा, भविष्य और समाज की मुख्यधारा के प्रति उनकी धारणाओं का प्रामाणिक दस्तावेज है। मुसहर-टोलों के जीवन को जिस संवेदना के साथ भवेश ने उकेरा है, उसका एहसास इसे पढ़ने पर होता है। उनके स्वास्थ्य, शिक्षा, मान्यताओं और जटिलताओं को लेखक ने बहुत करीब से देखा है।
ग्रामीण जीवन के अमर चितेरे फणीश्वर नाथ रेणु के जन्म शताब्दी वर्ष में ‘हाशिए पर हसरत’ का प्रकाशन ‘मैला आँचल’ के लेखक को सबसे अच्छी श्रद्धांजलि भी है।
भवेश ने जानकारियाँ जुटाने में मेहनत तो की ही है, उन्हें प्रस्तुत भी रोचक शैली में किया है। इसीलिए यह शुष्क शोध नहीं, बल्कि पठनीय कथ्य के माध्यम से संवेदनशील विषय के प्रति हमारे अंदर संवेदना जगाती है। यही इस पुस्तक की विशेषता है।
यह पुस्तक मुसहर जाति को समझने, उनके दारुण दुःखों को महसूस करने और उन्हें उच्च मानवीय गरिमा प्रदान करने के प्रयासों को बल देगी।
—अवधेश प्रीत

 

The Author

Bhim Singh Bhavesh

जन्म : 18 जनवरी, 1964 (ग्राम-लक्षणपुर, पोस्ट-जमीरा, जिला-भोजपुर, बिहार) 
शिक्षा : एम.ए.(द्वय), पी-एच.डी., एल.एल.बी.।
रुचि : समाज के हाशिए पर खड़े ‘मुसहर जाति’ के विभिन्न टोलों को गोद लेकर उनके बीच शिक्षा, स्वास्थ्य एवं सामाजिक सुरक्षा के प्रति जागरूकता पैदा करना। उन्हें मुख्यधारा से जोड़ने हेतु अनवरत प्रयास। गाँवों में पुस्तकालयों की व्यवस्था।
प्रकाशन : पुस्तक ‘सान्निध्य का संस्मरण’ तथा कहानी संग्रह ‘नेम प्लेट’ सहित विभिन्न पत्र-पत्रिकाओं में अनेक कहानियाँ एवं समीक्षाएँ प्रकाशित।
प्रकाशनाधीन : ‘भोजपुर-2025’ एवं ‘कलकत्ता से कोलकाता’।
पेशा : ‘पत्रकारिता’—1992 से।
संप्रति : ब्यूरो प्रभारी, ‘राष्ट्रीय सहारा’ दैनिक, आरा, भोजपुर (बिहार)।
जिला प्रतिनिधि : ‘वार्त्ता’ न्यूज एजेंसी, आरा, भोजपुर (बिहार)। 
संपर्क : शक्ति सदन, मदनजी का हाता, आरा, बिहार-802301
मो. 09431444778
ई-मेल : bhimara@gmail.com

 

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