Prabhat Prakashan, one of the leading publishing houses in India eBooks | Careers | Events | Publish With Us | Dealers | Download Catalogues
Helpline: +91-7827007777

Kargil: Ek Yatri Ki Zubani   

₹300

In stock
  We provide FREE Delivery on orders over ₹1500.00
Delivery Usually delivered in 5-6 days.
Author Rishi Raj
Features
  • ISBN : 9789355211651
  • Language : Hindi
  • Publisher : Prabhat Prakashan
  • Edition : 1st
  • ...more

More Information

  • Rishi Raj
  • 9789355211651
  • Hindi
  • Prabhat Prakashan
  • 1st
  • 2021
  • 184
  • Soft Cover
  • 150 Grams

Description

लेखक ऋषि राज को दो बार कारगिल जाने का अवसर प्राप्त हुआ है। अपनी इन यात्राओं के दौरान उन्होंने उन जगहों को बहुत नजदीक से देखा, जहाँ हमारे वीर शहीदों के बलिदान की अमर गाथा लिखी गई।
द्रास, कारगिल, काकसर और बटालिक के इलाके मूक गवाह हैं, हमारे जवानों द्वारा प्रदर्शित शौर्य और पराक्रम के। यह पुस्तक संकलन है उन भावों का, जो लेखक ने इन जगहों पर जाकर इतिहास के पन्नों को पलटकर हासिल किए हैं। 
यह तो आप जानते ही हैं कि कारगिल युद्ध परिणाम था पाकिस्तान द्वारा धोखे से हमारे सीमाक्षेत्र में घुसपैठ करने का, जिसके परिणाम स्वरूप वो हमारी 150 किलोमीटर लंबी सीमा पर 160 चौकियों पर काबिज हो गया। जबकि वर्षों से दोनों देशों में एक मूक सहमति थी कि सर्दियों में दोनों ही देश इन चौकियों को खाली रखेंगे।
परंतु पाकिस्तान ने हमेशा की भाँति भारत को धोखा दिया। पाकिस्तान के तत्कालीन सेनाध्यक्ष परवेज मुशर्रफ भारत से सियाचिन का बदला लेना चाहते थे, जिसके लिए उन्होंने कारगिल युद्ध की व्यूह रचना कर डाली। भारत के शूरवीर सैनिकों ने विषम परिस्थितियों के बावजूद पाकिस्तान को भारत भूमि से खदेड़कर बाहर कर दिया।
यह पुस्तक मिश्रण है—ऐतिहासिक तथ्यों, भावनाओं, कारगिल वीरों की पराक्रम गाथा का और एक पुण्य प्रयास है शहीदों के बलिदान की स्मृति को जागृत रखने का। आशा है, यह प्रयास आपको अवश्य पसंद आएगा। 
जय हिंद

 

The Author

Rishi Raj

4 सितंबर, 1975 को दिल्ली में जन्मे ऋषि राज, भारत सरकार के परिवहन क्षेत्र से जुड़े सार्वजनिक उपक्रम, दिल्ली मेट्रो रेल कारपोरेशन में संयुक्त महाप्रबंधक के पद पर कार्यरत हैं। वर्ष 1994 में भारतीय रेल में नियुक्ति से भारत भ्रमण की शुरुआत हुई। अभी तक देश के सभी 36 राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों के प्रमुख पर्यटन स्थलों पर घूम चुके हैं और वैश्विक तौर पर एशिया, ऑस्ट्रेलिया एवं यूरोप के कुल दस देशों का भ्रमण कर चुके हैं। धार्मिक दृष्टि से वो कैलाश मानसरोवर, बारह ज्योतिर्लिंग एवं चारों धाम की यात्रा भी सम्पूर्ण कर चुके हैं।

ऋषि राज ने वर्ष 2012 में कैलाश मानसरोवर की यात्रा के अनुभवों पर आधारित 'कैलाश दर्शन-कुछ यादें, कुछ बातें' से अपने लेखन की शुरुआत की । वर्ष 2015 में उनकी पुस्तक 'अतुल्य भारत की खोज' और फिर वर्ष 2017 में 'देशभक्ति के पावन तीर्थ' प्रकाशित हुई और फिर वर्ष 2019 जापान में बिताए दिनों के अनुभव पर पुस्तक आई ""एक भारतीय की जापान यात्रा""। इन सभी पुस्तकों को भारत सरकार के पर्यटन मंत्रालय ने राहुल सांकृत्यायन पुरस्कार से सम्मानित किया ।

दिसंबर 2019 में “50 महान स्वतंत्रता सेनानी” का विमोचन हुआ । वर्ष 2022 में कारगिल युद्ध के शहीदों को समर्पित इनकी पुस्तक ""कारगिल-एक यात्री की ज़ुबानी"" आई है, जिसका लेखन, इन्होने स्वयं दो बार कारगिल की रण भूमि पर जा कर और कारगिल युद्ध में शहीद हुए सैनिकों के परिवार वालों से मिलने के बाद किया है, जो इस पुस्तक को कारगिल के विषय पर लिखी अन्य पुस्तकों से अलग करती है ।

वर्ष 2019 में लेखक ने एक नवीन विधा से बच्चों को राष्ट्रिय महत्व की ऐतिहासिक घटनाओं से परिचित करवाने के लिए “चित्रावली” माध्यम को अपनाया, इस कड़ी में सबसे पहले जलियांवाला बाग कांड के 100 वर्ष पूरे होने पर प्रकाशित हुई “सुनो बच्चों जलियांवाला बाग की कहानी” और फिर वर्ष 2022 में कारगिल युद्ध के यौद्धाओं के जीवन गाथा को दर्शाती सात चित्रावलियों का भी लेखन किया । विद्यालयों में इन चित्रावलियों को काफी सराहना मिली है और अब इन सभी चित्रावलियों का अंग्रेज़ी और गुजराती में भी प्रकाशन किया जा रहा है ।

इसके अलावा ऋषि राज अभी तक देशभक्ति व भारत के प्रमुख पर्यटन व ऐतिहासिक स्थलों से जुड़ी करीब 125 लघु फिल्मों का भी निर्माण कर चुके हैं, जो इनके यू ट्यूब चैनल Exploring India with Rishi पर उपलब्ध हैं ।

संपर्क:मोबाइल : 9910376111, Email-rishirajpost@gmail.com, Google :- Exploring India with Rishi

Customers who bought this also bought

WRITE YOUR OWN REVIEW