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Bharat Mein Rashtrapati Pranali   

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Author Bhanu Dhamija
Features
  • ISBN : 9789352660018
  • Language : Hindi
  • Publisher : Prabhat Prakashan
  • Edition : 1
  • ...more
  • Kindle Store

More Information

  • Bhanu Dhamija
  • 9789352660018
  • Hindi
  • Prabhat Prakashan
  • 1
  • 2017
  • 280
  • Hard Cover

Description

एक महान् समाज दुर्बल हो रहा है। भारत के नागरिक जीवन की दयनीय स्थिति और अप्रतिष्ठित सरकारी संस्थाओं से जूझ रहे हैं। इसका परिणाम है, वे नैतिक रूप से लगातार कमजोर हो रहे हैं। इस स्थिति पर शोक मनाने या केवल टिप्पणी करने के बजाय मैंने कुछ ठोस करने का निर्णय लिया। अमरीका में लगभग दो दशक रहने के बाद मैं भारत लौटा और उस प्रदेश के लिए एक दैनिक समाचार-पत्र आरंभ किया, जहाँ मैं रहने जा रहा था। सोच रहा था कि मेरे अखबार में, जो विचार और विवरण सामने आएँगे, वे जनता की राय बदलेंगे। संभवतया ऐसा हुआ भी, लेकिन मुझे एहसास हुआ कि दोष महज जागरूकता की कमी से कहीं अधिक गहरा था। इसने मेरा संकल्प और मजबूत कर दिया और उसी मंथन का परिणाम है यह पुस्तक। भारत मेरा एकमात्र ध्येय है। मेरी कोई राजनीतिक, वैचारिक या दलगत संबद्धता नहीं है।
यह पुस्तक भारत को बचाने का एक प्रयास है। हर गुजरते दिन, भारत में सरकार की मौजूदा प्रणाली लोगों के आत्मबल और नैतिक चरित्र को नष्ट कर अपूरणीय क्षति पहुँचा रही है। यह पुस्तक मात्र रोग ही नहीं बताती, इलाज सुझाती है। यह भारत को इसके कष्टों से छुटकारा दिलाने का हृदयस्पर्शी प्रयास है।

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अनुक्रम

प्रस्तावना — 7

1. सरकार की प्रणाली का महव — 11

2. ब्रिटिश व्यवस्था भ्रामक और आकर्षक — 32

3. संसदीय प्रणाली के प्रति झुकाव — 54

4. नेहरू का फैसला; गांधी और पटेल की अनदेखी — 71

5. पार्टी कुलीनों की पसंदीदा व्यवस्था — 86

6. संविधान सभा में बड़ा फेरबदल — 106

7. व्यवस्थागत असफलता — 117

8. भारतीय व्यवस्था जड़ तक ‘दूषित’ — 141

9. अमरीका ने गढ़ी सरकार की नई प्रणाली — 166

10. सरकार की एक नई पद्धति — 202

11. सुशासन की व्यवस्था — 217

12. तानाशाही का प्रतिरोध — 249

13. कम होता पूर्वाग्रह — 258

14. राष्ट्रपति प्रणाली : भारत की समस्याओं का उार — 269

The Author

Bhanu Dhamija

भानु धमीजा हिमाचल प्रदेश की प्रमुख समाचार-पत्र प्रकाशन कंपनी ‘दिव्य हिमाचल’ ग्रुप के संस्थापक और अध्यक्ष 
हैं। इससे पूर्व अमरीका में श्री धमीजा ने 
एक मीडिया कंपनी की स्थापना की, 
जिसने प्रकाशन उद्योग के लिए पत्रिकाओं और सम्मेलनों का आयोजन किया। परिणामस्वरूप वह ‘प्रकाशकों के प्रकाशक’ बने। अंग्रेजी भाषा में प्रकाशित उनकी बहुचर्चित पुस्तक ‘व्हाई इंडिया नीड्स दि प्रेजिडेंशियल सिस्टम’ अपनी श्रेणी में बेस्ट सेलर्स में सम्मिलित है।
उनका जन्म वर्ष 1959 में बुलंदशहर (उ.प्र.) में हुआ, लेकिन उन्होंने अपना लगभग आधा जीवन संयुक्त राज्य अमरीका में बिताया है। पंजाब यूनिवर्सिटी, चंडीगढ़ से शिक्षा पाने के बाद उन्होंने न्यूयॉर्क यूनिवर्सिटी के स्टर्न स्कूल ऑफ बिजनेस से पोस्ट ग्रेजुएट डिग्री हासिल की। उन्होंने अमरीका व भारत में फाइनेंस, कंप्यूटर और मीडिया जगत् में कार्य किया है।
वेबसाइट :
www.presidentialsystem.org

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