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Shastriji Ke Prerak Prasang   

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Author Smt. Renu Saini
Features
  • ISBN : 9788184305838
  • Language : Hindi
  • Publisher : Prabhat Prakashan
  • Edition : 1st
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  • Kindle Store

More Information

  • Smt. Renu Saini
  • 9788184305838
  • Hindi
  • Prabhat Prakashan
  • 1st
  • 2020
  • 216
  • Hard Cover

Description

कथा-कहानियाँ सृष्टि के आरंभ से ही मनुष्य का मार्ग-दर्शन करती रही हैं। पंचतंत्र और हितोपदेश की कहानियाँ प्राचीन काल से हमारा मार्गदर्शन करती चली आ रही हैं। 
प्रत्येक कहानी के लिए कथावस्तु का होना अनिवार्य है, क्योंकि इसके अभाव में कहानी की रचना की कल्पना भी नहीं की जा सकती। कहानी में केवल मनोरंजन ही नहीं होता, उसमें कोई उद्देश्य और संदेश भी निहित होता है। 
जीवन में सादगी और सरलता का बहुत महत्त्व है। हमारी परंपरा में वर्णित है ‘सादा जीवन, उच्च विचार’। सादगी हमारे व्यक्तित्व को जो आभा प्रदान करती है, वह आडंबर या दिखावा नहीं। यह सादगी हमें आत्मविश्वास, शक्ति और आत्मबल देती है। इन्हीं जीवनमूल्य को समेटे, सादगी की महत्ता बताती प्रेरणाप्रद कहानियों का संकलन।

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अनुक्रम

प्राक्कथन —Pgs. 5

  1. नन्हे का खोना और मिलना —Pgs. 15

  2. दहेज का विरोध —Pgs. 17

  3. समान व्यवहार —Pgs. 19

  4. छोटे आदमी की राय —Pgs. 21

  5. कद की बाधा —Pgs. 23

  6. सच्ची मानवता —Pgs. 25

  7. शास्त्रीजी की सादगी —Pgs. 27

  8. सबकी पीड़ा में हमदर्दी —Pgs. 29

  9. उधड़े हुए कुरते —Pgs. 31

 10. साड़ी की कीमत —Pgs. 33

 11. गाड़ी का दुरुपयोग —Pgs. 35

 12. अकाल की समस्या —Pgs. 37

 13. जंगल का फूल —Pgs. 39

 14. नेता के गुण —Pgs. 41

 15. किताब की नकल —Pgs. 43

 16. स्टेशन का प्लेटफॉर्म —Pgs. 45

 17. फूलों का चोर —Pgs. 47

 18. देशवासियों की एकता —Pgs. 49

 19. ड्यूटी के प्रति निष्ठा —Pgs. 51

 20. दो शेरों का सामना —Pgs. 53

 21. हॉकी, फुटबॉल और गेंद —Pgs. 55

 22. विवाह के मंत्र —Pgs. 57

 23. रसगुल्ले वाली डाँट —Pgs. 59

 24. देश के फकीर —Pgs. 61

 25. रेलमंत्री का सैलून —Pgs. 63

 26. घोटाले का सुबूत —Pgs. 65

 27. साधु जैसे शास्त्री —Pgs. 67

 28. नौकरों के प्रति विनम्रता —Pgs. 69

 29. आम आदमी के प्रधानमंत्री —Pgs. 70

 30. ड्राइवर एक पिता —Pgs. 73

 31. सैनिकों को प्रणाम —Pgs. 75

 32. दो गिलास दूध —Pgs. 77

 33. मांसाहारी सदस्य —Pgs. 79

 34. देश-एक परिवार —Pgs. 81

 35. स्वयं योग्य बनो —Pgs. 83

 36. विरोधी बने अनुयायी —Pgs. 85

 37. बेबसी का फायदा न उठाएँ —Pgs. 87

 38. नियमों का पालन —Pgs. 89

 39. नींव का पत्थर —Pgs. 91

 40. कवि को दी सीख —Pgs. 93

 41. नदिया के पार —Pgs. 95

 42.  आजादी का संघर्ष —Pgs. 97

 43. गाँव के आदमी —Pgs. 99

 44. समझौताकार शास्त्रीजी —Pgs. 101

 45. माली काका से मिलाप —Pgs. 103

 46. महिला कंडक्टर —Pgs. 105

 47. गन्नों का दाम —Pgs. 107

 48. नेहरूजी का कोट —Pgs. 109

 49. उधार का रुपया —Pgs. 111

 50. पहली जेलयात्रा —Pgs. 113

 51. अलग-अलग भाषण —Pgs. 115

 52. राजनीति में ललिताजी —Pgs. 117

 53. काँच की चूड़ियाँ —Pgs. 119

 54. बेटी की कुल्फी का सुख —Pgs. 121

 55. कैदी का असाध्य रोग —Pgs. 123

 56. बेटे की बीमारी —Pgs. 125

 57. जेल में अध्ययन —Pgs. 127

 58. ललिताजी को क्षय —Pgs. 129

 59. मुसलिम पड़ोसी ने की मदद —Pgs. 131

 60. पुलिस और जनता —Pgs. 133

 61. यातायात के साधन —Pgs. 135

 62. पुलिस का संयमित व्यवहार —Pgs. 137

 63. बड़ों को प्रणाम —Pgs. 139

 64. पेट का दर्द —Pgs. 141

 65. गृहस्थ जीवन की सीख —Pgs. 143

 66. पुत्र का कर्तव्य —Pgs. 145

 67. लाल पगड़ी हटाएँ —Pgs. 147

 68. पहली फिएट कार —Pgs. 149

 69. वे दो समोसे —Pgs. 151

 70. समय के पाबंद —Pgs. 153

 71. पिता का कर्तव्य —Pgs. 155

 72. ‘शास्त्री’ नामक शब्द —Pgs. 157

 73. पद प्रतिष्ठा का इस्तेमाल —Pgs. 159

 74. दिल का पहला दौरा —Pgs. 161

 75. चुनाव का खर्च —Pgs. 163

 76. मुलाकातियों से भेंट —Pgs. 165

 77. मुसलमान बैरे का भोजन —Pgs. 167

 78. हीरे की कील —Pgs. 169

 79. चाय समारोह —Pgs. 170

 80. भारत-श्रीलंका समझौता —Pgs. 173

 81. रेल सेवाओं में सुधार —Pgs. 175

 82. रेल-संपदा की चोरी —Pgs. 177

 83. वे दो आम —Pgs. 179

 84. बीता बुरे दिनों का दौर —Pgs. 181

 85. सादे मंत्री का सादा भोजन —Pgs. 183

 86. रेल कर्मचारी की ईमानदारी —Pgs. 185

 87. भारतीय वस्तु का सम्मान —Pgs. 187

 88. आय में कटौती —Pgs. 189

 89. धोती-कुरते की पहचान —Pgs. 191

 90. सादगीपूर्ण रहन-सहन —Pgs. 193

 91. आंदोलन का प्रथम अनुभव —Pgs. 195

 92. प्राकृतिक दाँतों ने दिया जवाब —Pgs. 197

 93. गृह मंत्रालय का अतिरिक्त भार —Pgs. 199

 94. भाषा विवाद —Pgs. 201

 95. शास्त्री फॉर्मूला —Pgs. 203

 96. यूगोस्लोवाकिया की यात्रा —Pgs. 205

 97. सच्चे नेता की नीति —Pgs. 207

 98. खाद्यान्न समस्या का हल —Pgs. 209

 99. फोन पर अंतिम बात —Pgs. 211

100. ताशकंद में बिगड़ी तबीयत —Pgs. 213

101. देश का दुर्भाग्य —Pgs. 215

The Author

Smt. Renu Saini

रेनू सैनी
जन्म : 1 अप्रैल।
शिक्षा : एम.फिल. (हिंदी)।
प्रकाशन : ‘दिशा देती कथाएँ’, ‘बचपन का सफर’, ‘बचपन मुसकाया जब इन्हें सुनाया’, ‘महात्मा गांधी की प्रेरक गाथाएँ’, ‘कलाम को सलाम’, ‘संत कथाएँ मार्ग दिखाएँ’, ‘सक्सेस गीता : सफल जीवन के 125 मंत्र’, ‘डायमंड लाइफ’,  ‘जीवन धारा’, ‘मोदी सक्सेस गाथा’,   ‘दीनदयाल उपाध्याय की प्रेरककहानियाँ’, ‘मिशन Impossible’, ‘दिल्ली चलो’, ‘लौहपुरुष सरदार पटेल के प्रेरकप्रसंग’ एवं ‘शास्त्रीजी के प्रेरकप्रसंग ’।
सम्मान : दिल्ली सरकार की हिंदी अकादमी द्वारा चार बार नवोदित लेखन एवं आठ बार आशुलेखन में पुरस्कृत; ‘बचपन का सफर’ पुस्तक को सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय द्वारा बाल साहित्य वर्ग के अंतर्गत ‘भारतेंदु हरिश्चंद्र पुरस्कार से सम्मानित किया गया। पाँचवीं कक्षा की पाठ्यपुस्तक ‘वितान’ के अंतर्गत कहानी ‘अद्भुत प्रतिभा’ एवं पाठ्यपुस्तक ‘बातों की फुलवारी’ के अंतर्गत ‘आखरदीप’ कहानी का प्रकाशन। राष्ट्रीय स्तर की अनेक पत्र-पत्रिकाओं एवं आकाशवाणी से रचनाओं का प्रकाशन व प्रसारण। अनेक साहित्यिक कार्यक्रमों का सफलतापूर्वक संचालन।
संप्रति : सरकारी सेवा में कार्यरत। 
संपर्क : saini.renu830@gmail.com

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