Prabhat Prakashan, one of the leading publishing houses in India eBooks | Careers | Events | Publish With Us | Dealers | Download Catalogues
Helpline: +91-7827007777

Tarak Nath Bali

Tarak Nath Bali

डॉ. तारक नाथ बाली का जन्म 17 नवंबर, 1933 को रावलपिंडी में हुआ। आरंभिक शिक्षा डी.ए.वी. स्कूल रावलपिंडी और फिर डैनीज हाई स्कूल रावलपिंडी में हुई। देश के विभाजन के बाद पूरा परिवार आगरा आ गया। वहाँ बैपटिस्ट हाई स्कूल में शिक्षा पाई। आगरा कॉलेज में प्रवेश किया और वहीं से हिंदी और दर्शनशास्त्र में एम.ए. किया। संस्कृत में एम.ए. करने का भी निश्चय किया, लेकिन एम.ए. प्रथम वर्ष पास करने के बाद किरोड़ीमल कॉलेज, दिल्ली में अध्यापन आरंभ किया। दिल्ली विश्वविद्यालय से पी-एच.डी. की। विषय था—‘रस सिद्धांत की दार्शनिक और नैतिक व्याख्या’। इसके अतिरिक्त अनेक पुस्तकें लिखीं, जिनमें प्रमुख हैं—‘भारतीय काव्यशास्त्र’, ‘पाश्चात्य काव्यशास्त्र’, ‘आलोचना प्रकृति और परिवेश’, ‘छायावाद और कामायनी’, ‘आधुनिक हिंदी कविता’, ‘युगद्रष्टा कबीर’, ‘सुमित्रानंदन पंत समीक्षा ग्रंथ’, ‘हिंदी साहित्यिक पारिभाषिक शब्दकोश’ आदि।
वर्ष 1983 में दिल्ली विश्वविद्यालय में प्रोफेसर बने, हिंदी विभाग के अध्यक्ष तथा आर्ट्स फैकल्टी के डीन बने। यूजीसी ने एक वर्ष के लिए नेशनल लैक्चरर (राष्ट्रीय प्रवक्ता) बनाया।
संपर्क : 173, नेशनल मीडिया सेंटर,
शंकर चौक, गुड़गाँव-122002
दूरभाष : 0124-2357228, 9717534040

 

Books by Tarak Nath Bali