Prabhat Prakashan, one of the leading publishing houses in India eBooks | Careers | Events | Publish With Us | Dealers | Download Catalogues
Helpline: +91-7827007777

Dr. Bajrang Lal Gupta

Dr. Bajrang Lal Gupta

डॉ. बजरंग लाल गुप्ता ने राजस्थान विश्वविद्यालय, जयपुर से 1966 में अर्थशास्त्र में एम.ए. किया और 1985 में कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय से अपने शोध प्रबंध ‘वैल्यू एंड डिस्ट्रीब्यूशन सिस्टम इन एनशियंट इंडिया’ पर पी-एच.डी. की उपाधि प्राप्त की। अनेक वर्षों के अध्यापन के अनुभव के उपरांत 2005 में दिल्ली विश्वविद्यालय के स्वामी श्रद्धानंद कॉलेज में अर्थशास्त्र के रीडर पद से सेवानिवृत्त हुए। 
रचना-संसार : ‘भारत का आर्थिक इतिहास’ हरियाणा साहित्य अकादमी; ‘वैल्यू एंड डिस्ट्रीब्यूशन सिस्टम इन एनशियंट इंडिया’ ज्ञान पब्लिशिंग हाउस, नई दिल्ली; ‘हिंदू अर्थ चिंतन’ भारतीय विचार साधना, नागपुर; ‘विकास का नया प्रतिमान : सुमंगलम्’ सुरुचि प्रकाशन, नई दिल्ली; ‘ए न्यू पैराडाइम ऑफ डवलेपमेंट’ ज्ञान पब्लिशिंग हाउस, नई दिल्ली, अंग्रेजी अनुवाद; ‘सुमंगलम्’ साहित्य संगम, बेंगलुरु, कन्नड़ अनुवाद।
डॉ. बजरंग लाल गुप्ता ने हिंदू आर्थिक चिंतन के आधार पर विकास की जिस नई अवधारणा का प्रतिपादन किया है, उसपर कई विश्वविद्यालयों में शोध कार्य हो रहे हैं। ऐसा ही एक शोधग्रंथ ‘सुमंगलम् एन एनेलेटिकल स्टडी—संपादक प्रो. सुदेश कुमार गर्ग’ हिमाचल विश्वविद्यालय की ‘दीनदयाल उपाध्याय पीठ’ द्वारा प्रकाशित किया गया है।