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इंफोसिस फाउंडेशन की चेयरपर्सन सुधा मूर्ति एक ऐसी शख्सियत हैं, जिनका समाज पर अथाह प्रभाव है। कर्नाटक के एक छोटे से शहर शिगगाँव में अपने शुरुआती दिनों से लेकर एक प्रमुख सामाजिक कार्यकर्ता और परोपकारी के रूप में अपनी वर्तमान स्थिति तक, उन्होंने हमेशा समाज की भलाई के लिए काम किया है।
यह जीवनी सुधा मूर्ति के जीवन में झाँककर उन घटनाओं और अनुभवों की खोज करती है, जिन्होंने उन्हें आज एक प्रेरक नेता के रूप में आकार दिया है। इस पुस्तक के माध्यम से हम उनकी उल्लेखनीय यात्रा, उन्होंने जिन बाधाओं को पार किया है और जो सबक उन्होंने सीखे हैं, उन पर प्रकाश डाल सके।
प्रस्तुत पुस्तक न केवल सुधा मूर्ति के असाधारण जीवन को सम्मान है, बल्कि समाज पर उनके कार्यों के प्रभाव को समझने का प्रयास भी है। यह पुस्तक पाठकों को सुधा मूर्ति की तरह दुनिया में समाज-सेवा एवं सकारात्मक बदलाव लाने की दिशा में काम करने के लिए प्रेरित करेगी।
जन्म : 18 जनवरी, 1974 कानपुर (उ.प्र.) में।
शिक्षा : पी-एच.डी. (कबीर काव्य का भाषा शास्त्रीय अध्ययन)।
रचना-संसार : इकीगाई, घाटी, और आगे बढ़ते रहो; स्वामी रामकृष्ण परमहंस के प्रेरक प्रसंग; Whatsapp रिश्तों की कहानियाँ; अशोक चक्र विजेता; भारत रत्न से सम्मानित व्यक्तित्व; कलाम की आत्मकथा; मीराबाई; कलाम! तुम लौट आओ...; अटल जीवनगाथा; अटलजी की प्रेरक कहानियाँ; विद्यालयों में पर्यावरण एवं स्वच्छता शिक्षा; सुनो बच्चो अटलगाथा; लॉकडाउन लव स्टोरीज, इमरजेंसी, Kalam Inspires, Ashok Chakra Recipients।
अन्य गतिविधियाँ : मंच, टीवी चैनलों एवं आकाशवाणी पर विभिन्न प्रस्तुतियाँ। प्रमुख प्रतिष्ठित समाचार-पत्र-पत्रिकाओं में लेख, कविताएँ, कहानियाँ व पुस्तक-समीक्षाएँ प्रकाशित। दिल्ली एवं देश के अन्य शहरों में काव्य-प्रस्तुति। मोटिवेशनल स्पीकर। वर्तमान में भारत सरकार के स्वच्छ भारत अभियान से संबद्ध।
सम्मान : डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम मेमोरियल अवॉर्ड; राजीव गांधी एक्सीलेंस अवॉर्ड; आगमन सम्मान; डॉ. विवेकी राय सम्मान; वीमेंस अचीवर्स सम्मान आदि।
संपर्क : 9971711337 | इ-मेल : rashmi.author@gmail.com