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Sankshepan Aur Pallavan   

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Author Tuman Singh
Features
  • ISBN : 9789352666690
  • Language : Hindi
  • Publisher : Prabhat Prakashan
  • Edition : 1st
  • ...more

More Information

  • Tuman Singh
  • 9789352666690
  • Hindi
  • Prabhat Prakashan
  • 1st
  • 2018
  • 196
  • Hard Cover

Description

सूचना विस्फोट के इस दौर में अधिक- से- अधिक सूचनाओं को हथियाने की जबरदस्त होड़ लगी है । इन सूचनाओं को बटोरकर रखने के इस प्रौद्योगिकी और इलेक्‍ट्रॉनिकी युग में कई साधन उपलब्ध हैं । एक ओर तो अधिकाधिक सूचनाओं प्राप्‍त करने की लालसा बलवती हो है और दूसरी ओर मानव की व्यस्तता में दिन दूनी रात चौगुनी बढ़ोतरी हो रही । इसका निराकरण कैसे हो? संक्षेपण कला के विकास का उत्स यही है । हमारे यहाँ ' गागर में सागर ' भरने की प्रवृत्ति पहले से ही विद्यमान है । अत: इस ओर ध्यान जाना स्वाभाविक है । सूत्र रूप में लिखी या कही गई बात के गर्भ में भाव और विचारों का एक पुंज छिपा होता है । विद्वान् जन एक पंक्‍त‌ि पर घंटों बोल लेते हैं और कई बार तो एक पूरी पुस्तक ही रच डालते हैं । यही कला ' पल्लवन ' कहलाती है । इस पुस्तक में इन दोनों पक्षों पर विस्तार से प्रकाश डाला गया है । आदर्श नमूने भी दिए गए हैं और अभ्यास के लिए पर्याप्‍त अवतरण तथा सूक्‍त‌ियाँ भी । यह पुस्तक केवल विद्यालयों और विश्‍व- विद्यालयों के छात्रों का हित ही नहीं करेगी, बल्कि प्रशासन से जुड़े अधिकारियों, कर्मियों, विभिन्न स्तर के अध्यापकों और राज्य सरकारों, केंद्र सरकार या अन्य संगठनों द्वारा आयोजित की जानेवाली विविध प्रतियोगिता परीक्षाओं की दृष्‍ट‌ि से भी इस पुस्तक का अप्रतिम महत्त्व है ।

The Author

Tuman Singh

देहरादून जनपद में जनमे तुमन सिंह की प्रारंभिक शिक्षा गाँव के स्कूल में ही हुई । आगरा विश्‍वविद्यालय से बी.ए. तथा जी.सी.पी. आई., इलाहाबाद से 1968 में एल.टी. का पाठ्यक्रम पूरा किया । हेमवती नंदन बहुगुणा गढ़वाल विश्‍वविद्यालय से एम.ए. (हिंदी) और डी.फिल्. की उपाधियाँ प्राप्‍त कीं । डी.फिल‍्. के शोधप्रबंध-' कार्यालयीन अनुवाद : स्वरूप और विश्‍लेषण ' पर आपको भारतीय अनुवाद परिषद् का ' नातालि ' पुरस्कार प्राप्‍त हुआ । हिंदी भाषा से संबंधित विविध विषयों पर आपकी बारह पुस्तकें और अनेक आलेख, समीक्षाएँ, शोध-लेख आदि प्रकाशित हो चुके हैं । सप्रति : भाषा संकाय, लालबहादुर शास्त्री राष्‍ट्रीय प्रशासन अकादमी, मसूरी (उप्र.) में 1980 से अध्यापनरत ।

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