दिल्ली विश्वविद्यालय से विधि, तदुपरांत कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय से पी-एच.डी. की उपाधि प्राप्त, जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय से अंतरराष्ट्रीय राजनीति में सर्टिफिकेट कोर्स। योग में गहन रुचि के चलते स्वामी विवेकानंद योग अनुसंधान केंद्र, बंगलौर से योग पद्धतियों में शोध। एक कुशल अध्यापक और शोधार्थी डॉ. राजकुमार 1970-1973 तक हरियाणा शिक्षा सेवा में कार्यरत रहे। 1973-1999 तक भारतीय इतिहास अनुसंधान परिषद् में उपनिदेशक (शोध) के पद से सेवानिवृत्त होने के बाद वर्तमान में सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन के सदस्य हैं।
बहुपठित एवं भ्रमणशील डॉ. राजकुमार ने अनेक राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय सेमिनारों एवं परिसंवादों में अपने आलेख प्रस्तुत किए हैं, जिनमें प्रमुख हैं—1993 में बनारस हिंदू विश्वविद्यालय में वार्षिक लेक्चर तथा 1994 में मद्रास विश्वविद्यालय में सर विलियम मायर लेक्चर। राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय ख्याति की अनेक अकादमिक संस्थाओं से संबद्ध डॉ. राजकुमार की अनेक पुस्तकें प्रकाशित हो चुकी हैं।