Prabhat Prakashan, one of the leading publishing houses in India eBooks | Careers | Events | Publish With Us | Dealers | Download Catalogues
Helpline: +91-7827007777

Main Sri Sri Ravi Shankar Bol Raha Hoon

₹400

In stock
  We provide FREE Delivery on orders over ₹1500.00
Delivery Usually delivered in 5-6 days.
Author Karishma Bajaj
Features
  • ISBN : 9789383111312
  • Language : Hindi
  • Publisher : Prabhat Prakashan
  • Edition : 1st
  • ...more
  • Kindle Store

More Information

  • Karishma Bajaj
  • 9789383111312
  • Hindi
  • Prabhat Prakashan
  • 1st
  • 2021
  • 224
  • Hard Cover
  • 465 Grams

Description

आध्यात्मिक गुरु एवं मार्गदर्शक श्री श्री रविशंकरजी ने करोड़ों लोगों को सेवा का मार्ग दिखाया है। प्यार और सामंजस्य विकसित करने के लिए मानवता की सेवा की, ताकि मनों के बीच की दीवार को तोड़ा जा सके। विश्‍व भर में उनके भक्‍तों ने आर्ट ऑफ लिविंग को दुनिया का विशालतम गैर-सरकारी संगठन बनाने में अपना सहयोग दिया है। गुरुजी की छत्रच्छाया में असंख्य कल्याणकारी योजनाएँ आरंभ की गई हैं, जिन्हें उनके भक्‍त चला रहे हैं और करोड़ों लोगों के जीवन का उद्धार कर रहे हैं। इस पुस्तक में संकलित प्रत्येक सूत्र एक बहुमूल्य खजाना है, जो पाठक की जीवन-यात्रा को अमूल्य बना देता है। जीवन के विविध रंग लिये इन विचारों को पढ़ने से आपके तनाव, भय, चिंताएँ, असुरक्षाएँ, क्रोध, घृणा आदि दूर हो जाएँगे और आप अपने में एकाकार होकर स्वतः ही खुश रहने लगेंगे। प्यार से आपको प्यार हो जाएगा; आप करुणामय हो जाएँगे, शांति महसूस करेंगे; आनंदमय हो जाएँगे, संतुष्‍टि के भाव से भर जाएँगे।

________________________________________________________________________________________________________________________________________________________________________________________________________________________________________________________________________________________________________________________________________________________

अनुक्रमणिका

अग्रवर्ती — Pgs. 5

आभार — Pgs. 7

प्रस्तावना — Pgs. 9

भूमिका  — Pgs. 11

1. आत्मा की आयु के लिए एक वैचारिक व्याख्या — Pgs. 19

2. सकारात्मक विचारों व शब्दों की शक्ति पर एक वैचारिक व्याख्या — Pgs. 22

3. विवाह पर एक वैचारिक व्याख्या — Pgs. 29

4. श्रीमद्भगवद्गीता के अध्याय 7 को समझना — Pgs. 41

5. भारत को एक आध्यात्मिक देश बनाना...  — Pgs. 52

6. सपनों को समझना.— Pgs. 62

7. अपने होने को समझना — Pgs. 64

8. सेवा का महत्त्व समझना  — Pgs. 95

9. हमारे शरीर की पाँच परतें — Pgs. 99

10. रंगों के खेल को समझना — Pgs. 111

11. लक्ष्य प्राप्त करने के लिए गुण — Pgs. 115

12. अपने भीतर निहित आकाश को समझना — Pgs. 120

13. नीतिपरक कार्यों की जरूरत — Pgs. 123

14. निर्वाण क्या है? — Pgs. 125

15. नवरात्र का त्योहार क्या है  — Pgs. 128

16. ओइम् के उच्चारण की महत्ता — Pgs. 130

17. मन-समय संबंध को समझना — Pgs. 132

18. गरीबी का एक प्रमुख कारण है शराब — Pgs. 136

19. धर्म और संग को समझना  — Pgs. 147

20. सार्वभौम की रचना को समझना  — Pgs. 152

21. अध्यात्म के पीछे निहित विज्ञान को समझना  — Pgs. 155

22. दीवाली के महत्त्व को समझना  — Pgs. 164

23. शाकाहारी बनने के फायदों को समझना — Pgs. 167

24. कर्म को समझना — Pgs. 169

25. आध्यात्मिक विकास को समझना — Pgs. 170

26. शिव व शिवरात्रि के सही मर्म को समझना — Pgs. 173

27. प्रकृति के साथ मानव संबंध को समझना  — Pgs. 176

28. हलकी से संयमित एक्सरसाइज  — Pgs. 179

29. 33 करोड़ देवी-देवताओं के महत्त्व को समझना — Pgs. 183

30. दर्द को घटना की तरह न देखें — Pgs. 187

31. अभिभावकों के लिए विशेष टिप्स — Pgs. 190

32. गुरु पूर्णिमा के महत्त्व को समझना — Pgs. 192

33. अध्यात्म के पहले नियम को समझना — Pgs. 195

34. स्व समुद्र है और दिमाग लहर है — Pgs. 198

35. बच्चों को समझना — Pgs. 205

36. भगवद्गीता के सार को समझना  — Pgs. 210

37. निर्वाण को समझना — Pgs. 212

The Author

Karishma Bajaj

करिश्मा बजाज एक सलाहकार, प्रशिक्षक, संपादक और लेखक हैं। पेशे से फिजियोथेरैपिस्ट करिश्मा बजाज हस्तरेखा-विज्ञानी और टेरो कार्ड रीडर, एंजेल गाइड, स्वप्रेरण लेखक, अंकशास्त्री, टी कप रीडर, ज्योतिषी, हिप्नोस्टिस्ट, पुनर्जन्म विशेषज्ञ, संकेत वाचक के साथ-साथ इमेज कंसल्टेंट भी हैं। उन्होंने तमाम कॉरपोरेट घरानों, बी.पी.ओ., के.पी.ओ. में अनेक प्रशिक्षण कार्यक्रम चलाए हैं और जमीनी स्तर पर युवाओं एवं लोगों को प्रशिक्षण दिया है। उन्होंने प्राइमरी स्तर पर बच्चों को भी पढ़ाया है। महात्मा गांधी, मदर टेरेसा, दलाई लामा और श्री सत्य साईं बाबा जैसे प्रमुख लोगों की सूक्तियों के बारे में उनकी कई पुस्तकें प्रकाशित हैं। उन्होंने अंग्रेजी व्याकरण और बच्चों के लिए कहानियों की पुस्तकें भी लिखी हैं।

Customers who bought this also bought

WRITE YOUR OWN REVIEW