Prabhat Prakashan, one of the leading publishing houses in India eBooks | Careers | Events | Publish With Us | Dealers | Download Catalogues
Helpline: +91-7827007777

BIHAR KE PARYATAN STAHAL AUR SANSKRITIK DHAROHAR   

₹250

Out of Stock
  We provide FREE Delivery on orders over ₹1500.00
Delivery Usually delivered in 5-6 days.
Author Subodh Kumar Nandan
Features
  • ISBN : 9788173158520
  • Language : Hindi
  • Publisher : Prabhat Prakashan
  • Edition : 1st
  • ...more

More Information

  • Subodh Kumar Nandan
  • 9788173158520
  • Hindi
  • Prabhat Prakashan
  • 1st
  • 2010
  • 216
  • Hard Cover
  • 300 Grams

Description

"बिहार के पर्यटन स्थल और सांस्कृतिक धरोहर—सुबोध कुमार नंदन
अनेक धर्मावलंबियों की पवित्र भूमि रहा बिहार अपने गौरवशाली इतिहास के लिए आज भी दुनिया भर में प्रसिद्ध है। सूफी संतों की कर्मभूमि, बौद्ध धर्म का उदय और भगवान महावीर की निर्वाण स्थली बिहार ही है। ऐतिहासिक स्थल और यहाँ की परंपराएँ सांस्कृतिक सद्भाव की अद्भुत मिसाल हैं। शेरशाह का मकबरा हिंदू-मुसलिम वास्तुकला का श्रेष्ठ नमूना है। विश्व का सबसे ऊँचा बौद्ध स्तूप और विश्वविख्यात देव का सूर्य मंदिर बिहार की शान में चार चाँद लगाते हैं। पितरों की आत्मा की शांति और मुक्ति के लिए हिंदुओं के पवित्र तीर्थस्थल गया में वर्ष भर दुनिया के कोने-कोने से लोगों की भीड़ जुटती है।
बिहार के ऐतिहासिक और सांस्कृतिक महत्त्व को बताती प्रस्तुत पुस्तक में पाठक लेखक की नजरों से बिहार के हर ऐतिहासिक कोने का दर्शन करेंगे। इसके अलावा बिहार के मेले, पर्व-त्योहार, लोक चित्रकला, लोक नृत्यों सहित बिहार के पारंपरिक खानों का जिक्र अत्यंत रोमांचित करनेवाला है। यहाँ की मधुबनी पेंटिंग और सोनपुर का मेला दुनिया भर में प्रसिद्ध हैं। जितिया, गोधन, सामा चकेवा, छठ व पिड़िया जैसे त्योहारों को मनाने के पीछे की कहानी खूब रोचक है।
पुस्तक पढ़ने के बाद हर पाठक के मन में बिहार को नजदीक से देखने-जानने और समझने की भावना और अधिक प्रबल होगी। तो आइए बिहार और आनंद उठाइए एक अविस्मरणीय अनुभव का। आप यहाँ जितनी बार आएँगे, उतनी बार यह प्रदेश आपको नया-नया लगेगा।"

 

The Author

Subodh Kumar Nandan

सुबोध कुमार नंदन
जन्म : 5 नवंबर, 1961 को पटना (बिहार) में।
शिक्षा : एम.कॉम., पीजी डिप्लोमा इन जर्नलिज्म (पटना विश्वविद्यालय)।
कृतित्व : ‘बिहार के पर्यटन स्थल और सांस्कृतिक धरोहर’, ‘बिहार के मेले’ पुस्तकें तथा 1985 से देश-विदेश की प्रमुख पत्र-पत्रिकाओं में पर्यटन, पुरातत्त्व, कला-संस्कृति, पर्व-त्योहार, मेला आदि विषयों पर शताधिक रचनाएँ प्रकाशित एवं आकाशवाणी व दूरदर्शन पटना से प्रसारित। 
साक्षात्कार :  भारतरत्न  उस्ताद बिस्मिल्ला खाँ, डॉ. भूपेन हजारिका, पंडित किशन महाराज, डॉ. एन. राजम, पंडित शिव कुमार शर्मा, गजल सम्राट् पंकज उधास, डॉ. राजन-साजन मिश्र, डॉ. विश्वमोहन भट्ट, नलिनी-कमलिनी, पद्मश्री तीजन बाई, मकबूल फिदा हुसैन, पद्मश्री गिरजा देवी, पंडित जसराज, पंडित हरि प्रसाद चौरसिया, प्रेरणा श्रीमली, वडाली बंधु आदि।
पुरस्कार-सम्मान : राहुल सांकृत्यायन पर्यटन पुरस्कार, पर्यटन सम्मान (पर्यटन विभाग, बिहार सरकार)।
कार्य : वरीय कॉपी राइटर, हिंदुस्तान (पटना व भागलपुर)
संप्रति: सीनियर चीफ कॉपी राइटर, प्रभात खबर,पटना।

Customers who bought this also bought

WRITE YOUR OWN REVIEW